बजने लगा बड़ी ज़ोर से बैंड बाजा बड़ी शान में निकले ढोलपुर के राजा। बजने लगा बड़ी ज़ोर से बैंड बाजा बड़ी शान में निकले ढोलपुर के राजा।
आई हुलसाती टोली तब, मन रंगने, तन, राग सजाने। आई हुलसाती टोली तब, मन रंगने, तन, राग सजाने।
वो करती रही इंतजार की खुशी ...ढोलक की थाप सी वो करती रही इंतजार की खुशी ...ढोलक की थाप सी
सुकून की हसरत हम भी करते हैं, इसी चाह में तार तार हो गया हूं, सुकून की हसरत हम भी करते हैं, इसी चाह में तार तार हो गया हूं,
रंगों की शब्दों की रंगावली , शब्दावली नाव मेरी भैय्या पानी में चली। रंगों की शब्दों की रंगावली , शब्दावली नाव मेरी भैय्या पानी में चली।
नहीं तकलीफ हो किसी मन में चलो कुछ इस तरह त्योहार मनाएं नहीं तकलीफ हो किसी मन में चलो कुछ इस तरह त्योहार मनाएं